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नवीन पाठ्यपुस्तक आधारित पाँच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण मरवाही के भर्रीडांड में संपन्न__

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नवीन पाठ्यपुस्तक आधारित पाँच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण मरवाही के भर्रीडांड में संपन्न
मरवाही/पेंड्रा। नवीन पाठ्यपुस्तक आधारित पाँच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन मरवाही विकासखण्ड के जोन क्रमांक–2 अंतर्गत स्वामी आत्मानंद हिन्दी/अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भर्रीडांड में 15 दिसंबर से 20 दिसंबर तक किया गया। प्रशिक्षण के प्रथम चरण में मरवाही ब्लॉक के 14 संकुलों के शिक्षकों ने बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान (FLN) के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स पंचराम कैवर्त, डीना टांडिया एवं सूरज राय द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी दिनेश अग्रवाल रहे।
प्रशिक्षण के दौरान राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचा (NCF) के अनुसार गणित के फोर ब्लॉक मॉडल—मौखिक गणित, कौशल शिक्षण, कौशल अभ्यास एवं गणितीय खेल—पर विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही भाषा के फोर ब्लॉक मॉडल—मौखिक भाषा, डिकोडिंग, पठन एवं लेखन—पर समूह गतिविधियों के माध्यम से कक्षा शिक्षण में उपयोग हेतु मार्गदर्शन किया गया।

शिक्षकों को औपचारिक दैनिक सतत आकलन, साप्ताहिक एवं सावधिक आकलन की प्रक्रिया से भी अवगत कराया गया। गणित में अवधारणात्मक समझ, प्रक्रियात्मक समझ, रणनीतिक दक्षता, तर्कशक्ति एवं उत्पादक स्वभाव के विकास पर विशेष जोर दिया गया। पाठ्यपुस्तकों के पाँच महत्वपूर्ण विकास क्षेत्र—शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक, सौंदर्य एवं प्राकृतिक तथा भाषा एवं साक्षरता विकास—पर भी जानकारी दी गई। भाषा में 26 सप्ताह एवं गणित में 25 सप्ताह तक शिक्षण कार्य संचालित किए जाने की बात कही गई।

अंग्रेजी भाषा शिक्षण में फोर ब्लॉक मॉडल एवं टीपीआर (Total Physical Response) पद्धति पर विशेष फोकस करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया गया। साथ ही निपुण भारत अभियान एवं ग्रेजुअल रिलीज ऑफ रिस्पॉन्सिबिलिटी (जिम्मेदारियों का क्रमिक हस्तांतरण) की अवधारणा से शिक्षकों को परिचित कराया गया।
समापन अवसर पर मरवाही बीईओ रविन्द्रनाथ चंद्रा ने शिक्षकों से बच्चों में पढ़ने-समझने की क्षमता तथा बुनियादी गणितीय कौशल विकसित करने पर विशेष ध्यान देने की अपील की। उन्होंने बॉडी लैंग्वेज, टीपीआर, खेल एवं योग के माध्यम से बच्चों की रुचि बढ़ाने तथा उनकी छिपी प्रतिभा को उजागर करने पर जोर दिया।
प्रशिक्षण में सेजेस प्राचार्य के.एस. ठाकुर, विजय साहू, गीता नागवंश, संजय टांडिया, पंचराम कैवर्त, डीना टांडिया, सूरज राय सहित कृष्णकांत कोशरिया, बलराम तिवारी, मन्वंतर मार्को, कामना पाण्डेय, श्यामा सोनवानी, सुनीता कश्यप, मोतीलाल चौधरी, नरेंद्र विश्वकर्मा, रमेश जायसवाल, धीरेन्द्र उपाध्याय, रमा किरण, दिलीप शर्मा, गोकुल प्रजापति एवं बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
Ritesh Gupta
Author: Ritesh Gupta

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