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पेंड्रा नगर पालिका में स्ट्रीट लाइट टेंडर घोटाला उजागर — CMO और इंजीनियर स्वप्निल मिश्रा दोषी, कलेक्टर ने भेजी रिपोर्ट! लाखों का घोटाला — जांच में फर्जीवाड़ा साबित

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बिना TDR के खोला टेंडर, 15 लाख का नुकसान — जांच में फर्जीवाड़ा साबित
पेंड्रा (जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही)। नगर पालिका परिषद पेंड्रा में 47.66 लाख रुपये की लागत से सेमरा तिराहा से दुर्गा चौक बस स्टैंड तक स्ट्रीट लाइट लगाने के टेंडर में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं उजागर हुई हैं। कलेक्टर की जांच रिपोर्ट में मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) और इंजीनियर को दोषी पाया गया है।
फर्जी पात्रता और नियमों की अनदेखी
ई-निविदा क्रमांक 160989 में 8 फर्मों ने भाग लिया, लेकिन 5 को अपात्र कर सिर्फ 3 फर्मों को पात्र घोषित किया गया। इनमें अन्नपूर्णा फर्नीचर एंड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन रायपुर ने TDR (टेंडर डिपॉजिट रिसिप्ट) जमा ही नहीं की थी, फिर भी नियमों के विपरीत उसका वित्तीय प्रस्ताव खोला गया और पात्र माना गया। जांच में पाया गया कि निविदा समिति ने जानबूझकर किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से यह हेराफेरी की।
15 लाख का नुकसान, डिजाइन में भी गड़बड़ी
जांच रिपोर्ट के अनुसार, कार्य 10% अधिक दर पर स्वीकृत किया गया, जिससे शासन को करीब 15 लाख रुपये का सीधा नुकसान हुआ। साथ ही, पोल सड़क के बिल्कुल किनारे लगाए जा रहे हैं, जिससे भविष्य में सड़क चौड़ीकरण के दौरान पूरा ढांचा हटाना पड़ेगा और अतिरिक्त खर्च होगा।
पहले भी लग चुके हैं भ्रष्टाचार के आरोप
नगर पालिका पेंड्रा की ऑनलाइन निविदाओं में पहले भी तकनीकी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।
कलेक्टर ने भेजी रिपोर्ट, आगे की कार्रवाई नगरीय प्रशासन विभाग करेगा
भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अंकुर गुप्ता, श्रीकांत चतुर्वेदी और सौरभ अग्रवाल की शिकायत पर कलेक्टर ने जांच कमेटी गठित की थी। जांच में शिकायत सही पाई गई और CMO व इंजीनियर को दोषी ठहराया गया। कलेक्टर ने पूरे मामले में आगे की कार्रवाई हेतु सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन को पत्र भेज दिया है।
Ritesh Gupta
Author: Ritesh Gupta

Professional JournalisT

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