अर्चना पोर्ते बनीं अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस की राष्ट्रीय समन्वयक, संगठन में खुशी की लहर
नई दिल्ली। आदिवासी समाज की सशक्त आवाज़ और कांग्रेस की सक्रिय नेत्री अर्चना पोर्ते को अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति से संगठन में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और आदिवासी समाज एवं समर्थकों में उत्साह का माहौल है।

अर्चना पोर्ते लंबे समय से आदिवासी अधिकारों, सामाजिक न्याय और जमीनी स्तर पर संगठनात्मक मजबूती के लिए कार्य करती रही हैं। पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा और निरंतर सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। माना जा रहा है कि इस कदम से कांग्रेस की आदिवासी जनजातीय क्षेत्रों में पकड़ और अधिक मजबूत होगी।
अर्चना पोर्ते के पिता स्वर्गीय भंवर सिंह पोर्ते एक प्रतिष्ठित सामाजिक व्यक्तित्व थे। उन्होंने आदिवासी विकास परिषद का गठन कर आदिवासी अधिकारों की आवाज को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया। वे अविभाजित मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री भी रहे। समाजसेवा, सादगी और संघर्ष से भरे उनके जीवन ने ही अर्चना पोर्ते को प्रेरित किया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी और स्व. राजीव गांधी भी भंवर सिंह पोर्ते की सामाजिक दृष्टि और आदिवासी मामलों की गहरी समझ की सराहना किया करते थे।
राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में अर्चना पोर्ते अब देशभर में आदिवासी कांग्रेस संगठन को मजबूत करने, राज्य इकाइयों के बीच तालमेल बढ़ाने और शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सहित आदिवासी समुदाय से जुड़े संवैधानिक अधिकारों के मुद्दों को मुखरता से उठाने की जिम्मेदारी निभाएंगी। उनकी नियुक्ति पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, मरवाही के पूर्व विधायक के.के.ध्रुव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष गजमती भानु, पंकज तिवारी सहित कई कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न आदिवासी संगठनों ने बधाई दी है। सभी को विश्वास है कि अर्चना पोर्ते के नेतृत्व में आदिवासी कांग्रेस एक नई दिशा और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी तथा आदिवासी समाज की आवाज़ को राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक प्रभाव मिलेगा।
Author: Ritesh Gupta
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