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विधानसभा सचिव पर विधानसभा की गोपनीयता भंग करने का आरोप : -केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच की मांग,

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रायपुर : – छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज (सोमवार) से शुरू होने जा रहा है । इस सत्र के पहले पूर्व जेल एवं सहकारिता मंत्री रहे भाजपा के कद्दावर नेता ननकी राम कंवर ने विधानसभा सचिव की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए है । ननकी राम कंवर ने इसकी शिकायत राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के गृह मंत्री अमित शाह को की है । जिसमे बताया कि कैसे विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा अपने पद का दुरूपयोग कर , शासकीय वाहन एवं संपति का निजी उपयोग करने व फर्जी तरीके से नियुक्तियां , कांग्रेस पार्टी समर्पित इसके साथ ही विधानसभा की गोपनीयता भंग करने का गंभीर आरोप लगाया है । 
कांग्रेसी कृपा पात्र का आरोप : –
ननकी राम कंवर ने अपनी शिकायत में बताया कि दिनेश शर्मा वर्तमान में सचिव छ.ग. विधानसभा रायपुर के पद पर पदस्थ है ये मूलतः जांजगीर जिला – जांजगीर चाम्पा के रहने वाले हैं इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि कांग्रेस पार्टी समर्पित रही है । दिनेश शर्मा का खुद भी कांग्रेस पार्टी की तरफ विशेष लगाव रहता है । यही कारण है कि श्री शर्मा कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के विशेष महत्व एवं सुविधाएं देने की मंशा रखते है ।
ननकी राम कंवर आगे लिखते है कि दिनेश शर्मा 1987 में इनकी नियुक्ति सीधी भर्ती के माध्यम से द्वितीय श्रेणी राजपतित्रत के रूप में म.प्र. विधानसभा में हुई थी । उस समय म.प्र. में कांग्रेस सरकार थी और स्व. श्री मोतीलाल वोरा जी मुख्यमंत्री एवं स्व. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला जी विधानसभा अध्यक्ष हुआ करते थे ।
इनकी कृपा से दिनेश शर्मा की नियुक्ति हुई थी इसके बाद 1993 से आज पर्यन्त तक डॉ. चरणदास महंत जो कि कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता है उनकी निजी स्थापना में लगातार उनके अत्यंत विश्वसनीय व्यक्ति के रूप में 1993 से 1995 तक वाणिज्य कर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार , 1995 से 1998 तक गृह एवं जनसंपर्क मंत्री रहे तथा 2011-2013 तक कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में थे । जब 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई तो विधानसभा अध्यक्ष के निजी स्थापना एवं अत्यंत विश्वसनीय व्यक्ति के रूप में डॉ. चरण दास महंत विधानसभा अध्यक्ष के यहां दिनेश शर्मा कार्य किये है ।
इनके द्वारा इसी कार्यकाल में पैसे लेनदेन कर फर्जी नियुक्तियां करने के संबंध में भी काफी शिकायते हुई थी । उपरोक्त सभी समय में दिनेश शर्मा डॉ. चरण दास महंत के निजी स्थापना में रहे और उनके अत्यंत विश्वसनीय व्यक्ति बनकर कार्य किये है। इससे यह स्पष्ट होता है कि दिनेश शर्मा जिनका पुरा परिवार कांग्रेस पृष्ठभूमि का है इस आधार पर दिनेश शर्मा जी का झुकाव कांग्रेस पार्टी की तरफ रहता है। वर्तमान में इनके द्वारा सरकार को बदनाम करने की नियत से विपक्षीयों से मिलकर विधानसभा में प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण व अन्य माध्यमों से वर्तमान की विष्णुदेव सरकार को बदनाम करने की नियत से कार्य किया जा है। इनके यहां पदस्थ रहने से छ.ग. विधानसभा की गोपनीयता भी भंग हो रही है ।
सरकारी संपत्ति का दुरूपयोग :-
ननकी राम कंवर ने दिनेश शर्मा पर सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग का भी गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि दिनेश शर्मा द्वारा दिनांक 5.02.2025 को सहकारी वाहन क्रमांक CG 02- AF2222 को अपने निजी उपयोग के लिए बिना विधानसभा की सहमति से प्रयागराज के लिए रायपुर से निकले उस वाहन में दिनेश शर्मा , सुधीर शर्मा एवं डोबले नामक अन्य दो अधिकारी भी थे । वाहन चालक ओम प्रकाश एवं अन्य दो लागों को काफी चोट आई उनकी उल्टी दिशा से आ रही है काले रंग की जीप मेरिडयन जिसका वाहन कमांक CG 04 PB 0001 से शासकीय वाहन का आमने सामने से टक्कर होकर वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। जिसमें दोनो वाहनो में बैठे लोगों को काफी गंभीर चोटे आई आनन फानन में दिनेश शर्मा छतीसगढ़ विधानसभा सचिव के द्वारा मामले को रफा दफा करने के लिए तत्काल वाहन इंचार्ज सुखदेव के माध्यम से शासकीय वाहन कमांक CG 02 AF 2222 को रिपेरिंग के लिए काईजन आटो मोबाईल सरोना भेज दिया गया।
किसी प्रकार का उक्त मामले में अपराध दर्ज हो इसके लिए दिनेश शर्मा ने अपने पद एवं प्रभाव का दुरुपयोग करते हुये संबंधित थाना प्रभारियों को भी निर्देश दे दिया कि इस संबंध में किसी प्रकार की कोई भी जानकारी किसी को नहीं देना है और न ही कोई अपराध दर्ज करना हैं। जीप मेरेडियन में बैठे हुये लोगों का इजाज भी दिनेश शर्मा के द्वारा कराया गया और उन्हें भी कहा गया कि आप लोगों का जो भी नुकसान हुआ है उसकी फरपाई मैं करा दूंगा और उन्हे कहा कि आप लोगा किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं करेगें । वे लोग इनके प्रभाव एवं डर के कारण कहीं भी शिकायत नहीं किये।
दिनेश शर्मा छ.ग. विधानसभा सचिव के द्वारा शासकीय संपति एवं शासकीय संसाधनों को दुरूपयोग काफी लंबे समय से किया जा रहा है जिसका उदाहरण यह है कि वे प्रयागराज जा रहे थे तब अपने व्ही.आई.पी व्यवस्था के लिए अपने स्टाफ आफिसर योगेश यादव को व्यवस्था करने के लिए प्रयागराज भेजा गया था जो कि नियम विरूद्ध एवं भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। इनके द्वारा वर्ष 2019 अक्टूबर में 47 पदों की भर्ती सहायक ग्रेड नियुक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये थे परिणाम भी घोषित किया गया पर आज 5 वर्ष हो गये उक्त प्रकिया को पूर्ण नहीं किया गया है उल्टे इनके द्वारा अपने चहते एवं कांग्रेस पार्टी निष्ठावान लोगों के बच्चो को पिछले दरवाजे से भर्ती किया जा रहा है।
इसी प्रकार 2023 में अपने रिश्तेदार एवं परिचितों को भर्ती किया गया इस संबंध में आवेदको के द्वारा उच्च न्यायालय बिलासपुर में एक याचिका दायर की गई थी । जिसमें आदेश दिया नियुक्तियां में जो गडबडियां हुई उसे सुधार कर कार्यवाही करे , परंतु छ.ग. विधानसभा सचिव के द्वारा उच्च न्यायालय बिलासपुर के आदेशो कि अवहेलना की गई जिसका परिणाम यह हुआ है कि उच्च न्यायालय में कंटेट ऑफ ‘कोर्ट ‘का मामला लगा जिसमें उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के द्वारा गंभीर अप्रन्नता व्यक्त कि गई एवं नाराज होकर विधानसभा के खिलाफ कंटेट ऑफ कोर्ट के तहत कार्यवाही करने की बात सामने आई ।
विधानसभा सचिवालय के दो कर्मचारियों के ऊपर धारा 420 के तहत मामला दर्ज हुआ था ।वे फरार भी थे एवं जेल मे भी थे जिन्हे बर्खास्त कर दिया गया था परंतु आठ वर्ष के बाद दिनेश शर्मा कि कृपा उन पर हुई और उन्हे पुनः सेवा में ले लिया गया जो कि भ्रष्टाचार के श्रेणी में आता है
केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच की मांग : –
ननकी राम कंवर ने उक्त सारी स्थितियों को देखते हुए कहा कि दिनेश शर्मा जब कांग्रेस का शासन था। उस समय व अपने सेवाकाल में विवादित व भ्रष्टाचार में संलिप्त रहे है इनके द्वारा पिछले कांग्रेस सरकार में भर्तीयों के नाम पर पैसे लेन देने का वीडीयो भी प्रचारित हुआ था । इनके द्वारा वर्तमान भाजपा सरकार को बदनाम करने की नियत से कांग्रेसियों के साथ मिलकर विधानसभा में प्रश्न व ध्यानआकर्षण करवाना एवं विधानसभा की गोपनीय जानकारियों को अन्य लोगों को बताना व गोपनियता भंग करना ऐसे इनके कृत्य है । ननकी राम कंवर ने प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति , गृह मंत्री से मांग की है कि इनके एवं इनसे संबंधित व्यक्तियों , रिश्तेदारों के संपत्ति की जांच व इनके व्हाटसएप , जी-मेल अन्य इलेक्ट्रानिक संबंधो की जांच कराया जाना आवश्यक है। दिनेश शर्मा सचिव विधानसभा का पूरा सेवाकाल विवादित व भ्रष्टाचार व गोपनियता भंग करना सरकार के विरूद्ध कार्य करना शासकीय संपत्ति का निजी उपयोग कर दुरूपयोग करना कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ लोगों से करीबी संबंध होना उपरोक्त सभी विषयों पर गंभीरता से केन्द्र की एजेंसी से जांच कराकर कार्रवाही किये जाने की मांग की है ।
रितेश गुप्ता
Author: रितेश गुप्ता

Professional journalist

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