कोरबा/कटघोरा। कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु खुटिया ने एक बार फिर चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में मिसाल कायम की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की विशेष जनजाति पंडो समाज के एक मरीज की जटिल हड्डी सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस मरीज का संबंध राष्ट्रपति द्वारा दत्तक ली गई जनजातीय श्रेणी से है। सीमित संसाधनों में किए गए इस ऑपरेशन ने सरकारी अस्पतालों में भी उच्च गुणवत्ता वाले इलाज की संभावनाओं को उजागर किया है।
यह मामला कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड अंतर्गत ग्राम तिलधरा (मानिकपुर पंचायत) निवासी गणेश पंडो का है, जो हाल ही में घर की मरम्मत के दौरान भारी लकड़ी गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दायां पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे समय पर इलाज नहीं करवा सके और घरेलू उपायों से ही इलाज करने को मजबूर रहे।
स्थानीय सरपंच मनोहर की पहल पर गणेश को कटघोरा सीएचसी लाया गया, जहां डॉ. हिमांशु खुटिया ने बिना देरी किए उपचार शुरू किया। डॉक्टर के अनुसार, मरीज के पैर की हड्डी पहले से टूटी हुई थी और समय पर इलाज न होने से स्थिति बेहद जटिल हो गई थी। डॉ. हिमांशु ने बताया कि यह एक जटिल ऑर्थोपेडिक केस था, जिसमें एक महीने पुराने फ्रैक्चर को प्लेट द्वारा फिक्स किया गया। इस तरह की सर्जरी आमतौर पर बड़े मल्टीस्पेशलिटी अस्पतालों में लाखों की लागत में होती है, परंतु कटघोरा जैसे क्षेत्र में सीमित संसाधनों के बावजूद यह कार्य सफलतापूर्वक किया गया।
इस सर्जरी में बीएमओ डॉ. रंजना तिर्की एवं स्वास्थ्य केंद्र की टीम का योगदान भी महत्वपूर्ण रहा। मरीज को नि:शुल्क इलाज एवं आवश्यक दवाएं स्थानीय समाजसेवियों के सहयोग से उपलब्ध कराई गईं। सर्जरी के बाद गणेश अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और पहले की तरह चलने-फिरने में सक्षम हो गए हैं। उपचार के बाद गणेश व उनके परिवार ने भावुक होकर डॉक्टर हिमांशु और पूरी टीम का धन्यवाद जताया
🔹 डॉ. हिमांशु खुटिया — अब बन चुके हैं गरीबों के लिए उम्मीद की किरण।
🔹 कटघोरा स्वास्थ्य केंद्र — न सिर्फ इलाज का ठिकाना, बल्कि सेवा, समर्पण और मानवता का प्रतीक।
रितेश गुप्ता
एडिटर इन चीफ MPG & लल्लनगुरु न्यूज़

Author: Ritesh Gupta
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