वन विभाग का डिप्टी रेंजर निकला ‘धन कुबेर’ विजिलेंस की छापेमारी में 6 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति का खुलासा
भुवनेश्वर। ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत एक बड़ा खुलासा हुआ है। वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर विजिलेंस विभाग ने जब छापा मारा, तो जांच टीम भी दंग रह गई। अधिकारी के पास से अब तक 6 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति का पता चला है, जो उसकी घोषित आय से कई गुना अधिक है।
विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई: विजिलेंस की टीम ने एक साथ कई ठिकानों पर दबिश दी — जिनमें आरोपी डिप्टी रेंजर का सरकारी आवास, पुरी स्थित फार्महाउस, निजी आवास, पैतृक घर और रिश्तेदारों के स्थान शामिल थे। छापेमारी के दौरान लक्ज़री गाड़ियाँ, बहुमूल्य आभूषण, कई एकड़ भूमि, फिक्स्ड डिपॉजिट, और भारी मात्रा में नगद बरामद किया गया।
अब तक क्या मिला:
3 आलीशान मकान,पुरी में 2 एकड़ फार्मलैंड,2 लक्ज़री कार,₹1.2 करोड़ के बैंक निवेश,₹60 लाख मूल्य के सोने-चांदी के जेवर, ₹25 लाख नगद
भ्रष्टाचार पर चोट:
विजिलेंस विभाग का मानना है कि यह रकम प्रारंभिक आंकलन है। जांच आगे बढ़ने पर अवैध संपत्ति का आंकड़ा और बढ़ सकता है। विभाग ने आरोपी से उसकी संपत्ति के स्रोत की जानकारी मांगी है और जल्द ही पूछताछ के लिए समन भेजा जाएगा।
सरकार का रुख सख्त:
मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस कार्रवाई पर संज्ञान लेते हुए साफ किया है कि किसी भी भ्रष्ट अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य में सरकारी सेवकों की संपत्तियों की निगरानी अब और सख्ती से की जाएगी। वन विभाग में एक मध्यम दर्जे के अधिकारी के पास करोड़ों की संपत्ति का मिलना न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि यह इस बात की भी बानगी है कि कैसे सत्ता के गलियारों में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हो चुकी हैं।

Author: Ritesh Gupta
Professional JournalisT