गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले में आज उप मुख्यमंत्री अरुण साव विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे, लेकिन इस दौरे के दौरान एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। जिले की गंभीर जनसमस्याओं को लेकर उप मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे युवा कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घरों से उठाकर नजरबंद कर दिया।

जनसमस्याओं की लंबी सूची लेकर तैयार थे ज्ञापन
युवा कांग्रेस का कहना है कि वे बेरोजगारी, अधूरे विकास कार्य, बिजली–पानी संकट, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, जुआ–सट्टा और नशे के बढ़ते कारोबार, किसानों को खाद की कमी, जल जीवन मिशन में लापरवाही, और जर्जर सड़कों जैसी गंभीर समस्याओं पर उप मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे थे।

पुलिस का ‘पूर्व-एक्शन’, नेताओं को घर से उठाया
सुबह करीब 10 बजे, ज्ञापन देने निकलने से पहले ही कोटमी पुलिस ने जिला अध्यक्ष अमन शर्मा और उनके साथियों को उनके घर से हिरासत में ले लिया। इसी तरह गौरेला पुलिस ने जिला महासचिव रवि राय और उनके साथियों को घर से उठाकर नजरबंद कर दिया।
अमन शर्मा ने आरोप लगाया—
“हम जनता की आवाज उप मुख्यमंत्री तक पहुंचाने जा रहे थे, लेकिन भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए। यह तानाशाही रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम डरने वाले नहीं हैं, सरकार हमारी आवाज को दबा सकती है, लेकिन खत्म नहीं कर सकती।”

युवा कांग्रेस की चेतावनी — उग्र आंदोलन होगा
युवा कांग्रेस ने साफ कहा कि अगर समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए और इस तरह की कार्रवाई बंद नहीं हुई, तो जिला स्तर पर बड़ा और उग्र आंदोलन किया जाएगा। युवा कांग्रेस को समर्थन देने कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष पंकज तिवारी, गौरेला ब्लॉक अध्यक्ष अमोल पाठक, श्रीकांत मिश्रा भी उपस्थित थे।
घटना के समय मौजूद रहे प्रमुख कांग्रेस नेता:
जिला अध्यक्ष युवा कांग्रेस अमन शर्मा, राष्ट्रीय सह सचिव प्रीति मांझी, जिला उपाध्यक्ष एवनपाल पैकरा, जिला महासचिव रवि राय, सुल्तान ख़ान, राजकमल केशरी, सोशल मीडिया निलेश गुर्जर, पार्षद निलेश साहू, अमित पाठक, NSUI जिला अध्यक्ष अनुज ताम्रकार, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, सचिन अग्निहोत्री, पिंटू मोगरे, अनस, पारस ताम्रकार, आयुष सोनी, विक्की वासुदेव, यश शर्मा सहित अन्य युवा कांग्रेसी शामिल रहे।
Author: Ritesh Gupta
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