जांजगीर-चांपा/कोरबा।
जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां चार युवकों ने मिलकर एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। वारदात 18 मई की रात को चांपा थाना क्षेत्र की एक बाड़ी में हुई, जहां पीड़िता अपने माता-पिता के साथ मजदूरी के सिलसिले में आई हुई थी।
कैसे रची गई साजिश
जानकारी के अनुसार, पीड़िता के गांव के बगल के गांव से चार युवक चांपा पहुंचे। पूर्व परिचित होने के नाते उन्होंने युवती के परिजनों से पिकनिक मनाने की बात कहकर बाड़ी में रुकने की अनुमति ली। खाना पकाने के बाद आरोपियों ने पहले पीड़िता के पिता को शराब पिलाई और खुद भी नशे में धुत हो गए। इस दौरान युवती की मां और भाई पास के गांव में एक कार्यक्रम में चले गए थे।
नशे में धुत आरोपियों की दरिंदगी
रात में जब युवती का पिता नशे में सो गया, तो चारों आरोपियों ने मिलकर युवती को जबरन एक अलग कमरे में ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और फिर फरार हो गए। डरी-सहमी पीड़िता ने अगले दिन जब मां घर लौटी, तब उन्हें घटना की जानकारी दी। इसके बाद 20 मई को चांपा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस की तत्परता से गिरफ्त में आए आरोपी
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS) के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) उदयन बेहार और SDOP यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में थाना चांपा की टीम ने सघन तलाश अभियान चलाया। सूचना मिलने पर कि आरोपी रायगढ़-कोरबा रोड की ओर ट्रक में भाग रहे हैं, पुलिस ने करतला के पास ट्रक को घेराबंदी कर रोका और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:
मनोज कुमार पटेल (33 वर्ष), निवासी जमनीपाली, पटेलपारा, उरगा, कोरबा
नरेंद्र कुमार पटेल (37 वर्ष), निवासी जमनीपाली, पटेलपारा, उरगा, कोरबा
रामकुमार पटेल (31 वर्ष), निवासी जमनीपाली, पटेलपारा, उरगा, कोरबा
धरम चौहान (53 वर्ष), निवासी कुदारी टाल, थाना नागरदा, जिला सक्ति
पूछताछ में चारों ने अपराध स्वीकार किया है। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया।
टीम ने निभाई अहम भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी जयप्रकाश गुप्ता, ASI अरुण सिंह, मुकेश पाण्डेय, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र कुमार टंडन, प्रकाश राठौर, महिला प्रधान आरक्षक श्यामा जायसवाल सहित साइबर सेल और पुलिस टीम के अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस ने दिया भरोसा
पुलिस प्रशासन ने पीड़िता को न्याय दिलाने और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द से जल्द सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है। यह वारदात समाज को झकझोर देने वाली है। सवाल यह भी उठता है कि आखिर कब तक बेटियां घरों में भी सुरक्षित नहीं रहेंगी?

Author: Ritesh Gupta
Professional JournalisT