—गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 01 जुलाई 2025: राज्यभर के 23 शिक्षक संगठनों के साझा मंच के बैनर तले आज एक दिवसीय जोरदार धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। LB संवर्ग के हजारों शिक्षक चार सूत्रीय मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। शिक्षकों ने ऐलान किया कि यदि राज्य सरकार ने उनकी माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार नहीं किया, तो 1 लाख 78 हजार LB संवर्ग शिक्षक अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।–
ये हैं शिक्षक मंच की चार प्रमुख मांगें:
1. दोषपूर्ण युक्तियुक्तकरण को निरस्त कर 2008 का सेटअप पुनः लागू किया जाए।
2. सोना साहू क्रमोन्नत वेतनमान प्रकरण के आधार पर जनरल ऑर्डर जारी किया जाए।
3. व्याख्याता पदोन्नति में D.Ed प्रशिक्षित शिक्षकों को भी मान्यता प्रदान की जाए।
4. प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना करते हुए पूर्ण पेंशन लाभ दिया जाए।–
धरना स्थल पर जुटे शिक्षक नेताओं ने क्या कहा:
धरना-प्रदर्शन में उपस्थित शिक्षक नेताओं ने कहा कि लंबे समय से LB संवर्ग के शिक्षक वंचित, उपेक्षित और शोषित स्थिति में हैं। सरकार लगातार मांगों को नजरअंदाज कर रही है। अब शिक्षकों के सब्र का बाँध टूट चुका है। अगर जल्द कोई ठोस पहल नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था बाधित होगी।
—प्रमुख शिक्षक पदाधिकारियों की उपस्थिति रही प्रभावशाली:
इस प्रदर्शन में कई जिला, ब्लॉक और प्रांतीय स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से –जिला संचालक: दिनेश कुमार राठौर, मुकेश कोरी, अभिषेक शर्मा, तबरेज खान प्रांतीय संचालक: प्रीतम कोशले ब्लॉक संचालक: ओमप्रकाश सोनवानी, मोहनराम मिश्रा, अजय चौधरी, राजेश चौधरी अन्य शिक्षक प्रतिनिधि: सुपेत मरावी, भागीरथी कैवर्त, कैलाश लदेर, रामचंद्र राठौर, प्रह्लाद सिंह वाकरे, राकेश तिवारी, धर्मेन्द्र कैवर्त, पीयूष विश्वकर्मा, सत्यनारायण जायसवाल, ओमप्रकाश तेंदुलकर, रमेश सिंह श्याम, अनुपमा गुप्ता, राजेश सोनी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।
शिक्षक संगठनों की चेतावनी: साझा मंच ने स्पष्ट किया कि अब आंदोलन की दिशा आर-पार की लड़ाई की ओर बढ़ चुकी है। यदि सरकार ने समय रहते ठोस निर्णय नहीं लिया तो शिक्षा का पहिया थम जाएगा।
रिपोर्ट: रितेश कुमार गुप्ता
स्थान: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
माध्यम: LallanGuru News

Author: Ritesh Gupta
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