कोरबा/हरदीबाजार :- कोरबा जिले के हरदीबाजार क्षेत्र में किसानों की प्रमुख मांगों और समस्याओं के समाधान हेतु एक त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता ADM कोरबा ने की। बैठक में SDM कोरबा रोहित सिंह, SDM पाली सीमा पात्रे, तथा तहसीलदार हरदीबाजार विष्णु साय पैकरा उपस्थित रहे।
साथ ही SECL बिलासपुर हेडक्वार्टर से आए अधिकारी, दीपका नोडल अधिकारी मिथिलेश मधूप, सुशील साहू, एवं हरदीबाजार नोडल अधिकारी रोशन मेश्राम सहित कर्मचारीगण भी मौजूद रहे।
बैठक के प्रमुख आँकड़े –
कुल खरीदार: 903
कुल रोजगार: 151
कटअप क्षेत्र: 50.2 डिसमिल
किसानों की मुख्य माँगें –
1. रोजगार प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ किया जाए।
2. बसाहट क्षेत्र (जयंती नगर, उतरदा) में बिजली, पानी और सड़क निर्माण कार्य जल्द शुरू किए जाएँ।
3. मकान नापी के बाद मुआवजा वितरण तत्काल किया जाए।
4. छोटे खातेदारों को वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
5. बसाहट क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ।
6. वंशवृक्ष, फौती, नामांतरण एवं त्रुटि सुधार के लिए शिविर लगाया जाए।
किसानों ने स्पष्ट कहा कि वे SECL और राज्य शासन के पक्ष में हैं और विकास कार्यों में सहयोग करेंगे।
बैठक में उठे मुद्दे –
अर्जन के बाद भूमि की खरीद-फरोख्त को लेकर मामला संवेदनशील बताया गया, क्योंकि कई स्थानों पर लाखों-करोड़ों के भवन निर्मित हो चुके हैं।
राज्य शासन ने ड्रोन सर्वे और कटअप डेट की नापी हेतु सख्त निर्देश जारी किए हैं। बैठक के दौरान एडिशनल कलेक्टर ने रास्ते में निर्माणाधीन मकानों को देखकर नाराज़गी जताई।
“ मुआवजा माफिया” में मची हलचल ” –
जिन लोगों ने दूसरों की या शासकीय जमीनों पर अवैध रूप से अधिक मुआवजा लेकर करोड़ों के मकान बनाए हैं, वे इस बैठक से दूर दिखाई दिए।
मूल ग्रामवासियों ने कलेक्टर कोरबा के हालिया आदेशों की प्रशंसा की और न्यायपूर्ण कार्रवाई की अपेक्षा जताई।
विरोध –
बैठक के बाहर कांग्रेस के पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर अपने समर्थकों के साथ तहसील कार्यालय गेट पर नारेबाज़ी करते रहे, लेकिन बैठक स्थल पर नहीं पहुँचे।
विरोध के दौरान भाजपा के जिला मंत्री अजय दुबे एवं पूर्व जिला मंत्री नरेश टंडन भी मौजूद दिखे।
सीबीआई जांच के दायरे में आए राजेश जयसवाल भी कुछ लोगों के साथ मौजूद रहे और अधिकारियों के प्रति कड़ी प्रतिक्रिया दी।
बैठक रही सफल –
आज की त्रिपक्षीय वार्ता बैठक पूरी तरह सफल रही।
मूल निवासी किसानों के चेहरों पर संतोष और खुशी झलकती दिखाई दी। बैठक ने प्रशासन, कंपनी और ग्रामीणों के बीच सकारात्मक संवाद की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।

Author: Saket Verma
A professional journalist