प्रांतीय सचिव पीयूष गुप्ता ने की सरकार से अपील जल्द करे मांग पूरी मोदी की गारंटी कर्मचारियों का अधिकार
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के लगभग 112 संगठन और छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारी अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर एक बार फिर लामबंद दिनांक 27 सितंबर 2024 को पूरे प्रदेश में एक दिन का कलम बंद काम बंद मसाला उठा हड़ताल का आह्वान किया गया है जहां प्रत्येक जिले में कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हो रहे हैं प्रत्येक संगठनों के द्वारा छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों अधिकारियों से अपील की जा रही है इन कि वे इस हड़ताल में अपने हक की अपने अधिकार की लड़ाई में शामिल होगी वही अनुसूचित क्षेत्र कर्मचारी अधिकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष प्रवीण श्रीवास ने संगठन को अपने लेटर पैड पर समर्थन जारी किया एवं छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारी अधिकारी साथियों को इस हड़ताल में शामिल होने के लिए आह्वान किया
उन्होंने अपने अधिकार के लिए यह बताया की छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा कर्मचारियों का वर्तमान का महंगाई भत्ता एवं पुराने समय के मंहगाई भत्ता एरिया की राशि रोकी गई है संगठन की मांग है कि केंद्र के समान महंगाई भत्ता कर्मचारियों का अधिकार है तीन स्तरीय वेतनमान कर्मचारियों अधिकारियों को प्राप्त होना ही चाहिए छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा अपनी घोषणा पत्र में कर्मचारियों को मांगों को प्राथमिकता देते हुए जगह दी थी अब समय आ गया है छत्तीसगढ़ सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने का समस्त कर्मचारी अधिकारी अपने अधिकार के लिए, पुणे सड़कों पर लाम बंद है उन्होंने शासन से निवेदन किया कि जल्द से जल्द शासन कर्मचारियों की इस मांग को पूरा करें वहीं दूसरी ओर संगठन के प्रति सचिव पीयूष कुमार गुप्ता ने सरकार को याद दिलाया कि मोदी की गारंटी के आधार पर अपने कर्मचारियों के इन सभी मांगों का वादा चुनावी वर्ष में किया था,
आज छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारी अपनी मांगों के लिए और आपके उसे वादे के लिए पुनः एक बार हड़ताल के लिए बाध्य है किसी भी प्रदेश या देश को आगे बढ़ाने में उनके कर्मचारियों का सबसे बड़ा योगदान होता है और ऐसे समय पर कर्मचारियों को नजर अंदाज कर देना उचित नहीं,सरकार को जल्द से जल्द कर्मचारियों की मांगों को पूरा करना चाहिए,साथ ही गुप्ता ने अपने संगठन समस्त पदाधिकारियों और कर्मचारी अधिकारियों से अपील की की इस आंदोलन में सभी शामिल होकर इस आंदोलन को सफल बनाएं