गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में अवैध रेत एक बड़ी मुसीबत बन गई है, वैध रेत घाट न होने से ग्रामीणों को खनिज, वन विभाग और यातायात विभाग की कार्यवाही का सामना करना पड़ता है जिसको लेकर आज ट्रैक्टर संघ के लोगों ने वैध रेत घाट संचालित करने के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन दिया है और वैध रेत खदान खोलने की मांग किया है। बता दे की गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में लगातार अवैध रेत उत्खनन और परिवहन की शिकायत मिल रही है, और मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ सीमावर्ती इलाका होने के कारण यहां से अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का कार्य जोरों पर चलता है।
बड़ी वाहनों में छत्तीसगढ़ की अवैध रेत मध्य प्रदेश में महंगे दामों में बेची जाती है। लगातार मिल रही शिकायत पर प्रशासन लगाम लगाने के लिए कुछ जगहों में कार्यवाही कर रही है तो वही प्रशासन की कार्यवाही से नाराज ट्रैक्टर संघ के लोगों ने अब मोर्चा खोल दिया है। वही एक तरफ जिले में प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा शासन प्रशासन के उच्च अधिकारियों को वैध रेत खदान खोलने की मांग को लेकर आवेदन भेजा गया है, जिसके बाद जिले के तीन रेत खदान की स्वीकृति दी गई है जो की पर्याप्त नहीं है और अब तक यह रेत खदान भी संचालित नहीं की गई है ,
जिसका खामियाजा अब निर्माण कार्य सहित लोगों में देखा जा रहा है और आए दिन रेत घाट नदियों में रेत उत्खनन को लेकर मारपीट और विवाद की स्थिति भी बन चुकी है। हालांकि जिस तरह से गौरेला पेंड्रा मरवाही वन मंडल क्षेत्र में बेतहासा रेत उत्खनन का कार्य चल रहा है जिस जिले के प्राकृतिक वातावरण को भी नुकसान हो रहा है। अब देखने वाली बात यह होगा कि कब तक जिले में अवैध रेत खदान खुल पाएगा और अवैधृत उत्खनन परिवहन पर लगाम लग पाएगा।