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छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों को जल्द मिल सकती है कैशलेस चिकित्सा सुविधा: केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री की पत्नी को सौंपा गया ज्ञापन

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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/रितेश गुप्ता। छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ की ओर से एक बड़ा कदम उठाया गया है। संघ के प्रदेश संयोजक पीयूष कुमार गुप्ता के नेतृत्व में सोमवार को केंद्रीय मंत्री तोखन साहू और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय से भेंट कर राज्य के कर्मचारियों, उनके आश्रितों और पेंशनरों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा की मांग की गई।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने आश्वासन देते हुए कहा, “हमारे कर्मचारी हमारी प्रथम प्राथमिकता हैं। मेडिकल कैशलेस सुविधा को जल्द से जल्द लागू कराने का प्रयास किया जाएगा।” वहीं कौशल्या देवी साय ने भी समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, “प्रदेश के कर्मचारी हमारी रीढ़ हैं, उनकी यह मांग पूरी तरह से जायज है।”
संघ ने ज्ञापन में बताया कि वर्तमान समय में बढ़ती महंगाई और इलाज की बढ़ती लागत के कारण कर्मचारी गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। चिकित्सा प्रतिपूर्ति की प्रक्रिया जटिल और समय लेने वाली होने के कारण कर्मचारी आर्थिक व मानसिक दबाव में आ जाते हैं। कई बार महीनों तक भुगतान नहीं हो पाता, जिससे परिवार पूरी तरह प्रभावित होता है।
पीयूष गुप्ता ने जानकारी दी कि गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में पहले ही कैशलेस चिकित्सा सुविधा की घोषणा हो चुकी है, ऐसे में छत्तीसगढ़ के 5 लाख से अधिक कर्मचारियों, उनके आश्रितों और पेंशनरों को भी यह सुविधा जल्द मिलनी चाहिए।
ज्ञापन की एक प्रति मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची को भी सौंपी गई। इस दौरान जिले से सत्यनारायण जायसवाल, दिनेश राठौर, अजय चौधरी, मनीष गुप्ता, बाबूलाल पांडे और हरीश त्रिवेदी सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। संगठन ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि जल्द निर्णय लेकर राज्य के कर्मचारियों को एक सुखद और सुरक्षित जीवन का वरदान प्रदान करें।
Ritesh Gupta
Author: Ritesh Gupta

Professional JournalisT

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