0 एसपी अभिषेक पल्लव पर कार्यवाही की बजाय प्रमोशन देने का आरोप
कोरबा। युवा कांग्रेस ज़िला कोरबा एवं एनएसयूआई द्वारा युवा कांग्रेस ज़िला महासचिव मधुसूदन दास, एनएसयूआई ज़िलाध्यक्ष दीपक वर्मा के संयुक्त नेतृत्व में यज्ञ किया गया। CSEB चौक में कवर्धा में पुलिस की प्रताड़ना से युवक प्रशांत साहू की मौत के साथ ही साथ उनके परिजनों,ग्रामीणों पर पुलिसिया अत्याचार को बढ़ावा देने वाले एसपी अभिषेक पल्लव पर कार्यवाही की बजाय प्रमोशन दिया गया, इसीलिये प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा को सदबुद्धि देने की कामना करते हुए सदबुद्धि यज्ञ करवा कर विरोध दर्ज कराया गया। गृहमंत्री विजय शर्मा से इस्तीफ़ा की माँग की गई।
इस अवसर पर युवा कांग्रेस ज़िला महासचिव मधुसूदन दास ने कहा की – प्रशांत साहू की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से ही पुलिस मामले की लीपापोती में जुट गई। यही वजह है कि जिला जेल में प्रशांत की मौत के बाद बिना पंचनामा के शव को जिला अस्पताल के शव गृह में लाकर रख दिया गया था और पूरी तैयारी थी कि रातों रात शव को ठिकाने लगवा दिया जाए। लेकिन इसकी जानकारी ऐन मौके पर कांग्रेस व साहू समाज को मिल गई और पुलिस की बर्बरता, क्रूरता सामने आ गई। अब प्रदेश के गृह मंत्री जांच की बात कर रहे हैं लेकिन समझ से परे है कि आखिर जांच किस बात की जा रही है? क्या लोहारीडीह आगजनी व हत्याकाण्ड में जांच के बाद ग्रामीणों की गिरफ्तारी की गई थी? उस समय तो पुलिस, ग्रामीण महिला, पुरूष युवाओं यहां तक नाबालिको तक को जानवरों की तरह मारते-पीटते और घसीटते गिरफ्तार कर रेंगाखार जंगल ले आई थी। शराब के नशे में धुत्त होकर पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पूरी रात उनके साथ जानलेवा पिटाई की। पुलिस की इसी पिटाई से गंभीर रूप से घायल ग्रामीण प्रशांत साहू की जिला जेल में मौत हो गई। इसके अलावा एसपी अभिषेक पल्लव के ऊपर कार्यवाही करने की बजाय प्रमोशन का तोहफ़ा दिया जा रहा है। इससे साफ़ प्रतीत होता है कि बीजेपी सरकार की यह मिली-जुली हरकत है। हकीकत यह है कि आज प्रदेश के गृह मंत्री लोगों के जवाब देने की स्थिति में नहीं है, उन्हें अपने मातहतों के कृत्यों पर विभाग का मुखिया होने के नाते प्रदेश की जनता से तथा पीडि़त परिवारों से माफी मांगते हुए पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मामले के सभी दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए।
एनएसयूआई ज़िलाध्यक्ष दीपक वर्मा ने कहा कि प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पूर्ण रूप से लचर हो चुकी है। प्रदेश की बीजेपी सरकार में अफ़सरवाद पूर्ण रूप से हावी हो चुका है, पता नहीं कब तक इस प्रताड़ना में आमजनों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा। हम माँग करते हैं कि तत्काल प्रभाव से ज़िम्मेदारी लेते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
सदबुद्धि यज्ञ हवन में प्रमुख रूप से सांसद प्रतिनिधि मंदीप शर्मा,दीपक दास महंत,कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष शब्बीर ख़ान,एनएसयूआई ज़िलाउपाध्यक्ष जुनैद मेमन,दिवाकर राजपूत,एनएसयूआई ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद कारके,युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष दीपेश यादव,आरटीआई कांग्रेस ज़िलाध्यक्ष कमलकिशोर चंद्रा,मुकेश सिंह ऊसरवर्षे,आकाश पटेल,ब्लॉक अध्यक्ष बबलू मारवा,अनिल खूटे,सुमित यादव,धनजय राठौर,मनजीत सिंह ठाकुर,अभिषेक सिंह,अमर पटेल,कार्तिक कुमार,अंश पांडेय,देव चौहान,असमीन एक्का,मोंटू,सुमित यादव,सुरेश चौहान,सागर चौहान,रुपेश चौहान,नीतीश चौहान,कुणाल चौहान,सूर्यभान कुर्मी,ललित चंद्रा,रमेश उराव,शिवम् लाल,लक्की,केदार साहू,नीतीश सारथी खगेश कर्ष आदि उपस्थित थे।
Author: Deepak Gupta
professional journalist