गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। भाजपा नेता की शिकायत और मीडिया में उठे विवाद का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। शासकीय प्राथमिक शाला ठेंगाडांड में लंबे समय से रुकी हुई शिक्षण व्यवस्था अब पटरी पर लौटने जा रही है। आज 11 अक्टूबर 2025 को शिक्षिका ने विद्यालय में औपचारिक रूप से कार्यभार ग्रहण कर लिया।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया कार्यभार ग्रहण पत्र
शिक्षिका ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी, गौरेला को पत्र सौंपा है। पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि उन्होंने आज दिनांक 11/10/2025 को विद्यालय ठेंगाडांड में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। विद्यालय के प्रधान पाठक ने भी इस जानकारी की पुष्टि करते हुए पत्र पर हस्ताक्षर और मोहर लगाई है।
विवाद की पृष्ठभूमि____
कुछ दिन पहले भाजपा जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति ने आरोप लगाया था कि ठेंगाडांड विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती के बावजूद शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ठप है। उन्होंने कलेक्टर पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि “जब भाजपा की सरकार में भाजपा नेता की ही नहीं सुनी जा रही, तो आम जनता की कौन सुनेगा?” इस बयान ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी थी और मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने की बात कही जा रही थी।
अब शिक्षा व्यवस्था पटरी पर लौटने की उम्मीद
आज शिक्षिका के पदभार ग्रहण करने से स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों में राहत की भावना है। लोगों का कहना है कि अब विद्यालय में पढ़ाई दोबारा सुचारू रूप से शुरू हो सकेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस पूरे मामले पर नज़र बनाए हुए हैं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न न हो।
प्रशासन पर पड़ा “खबर का असर”
मामले पर मीडिया रिपोर्टिंग और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता के बाद आखिरकार शिक्षा विभाग हरकत में आया और शिक्षिका ने विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि जब मीडिया सशक्त रूप से जनता की आवाज़ बनती है, तो प्रशासन को भी जवाबदेह होना पड़ता है।

Author: Ritesh Gupta
Professional JournalisT