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पेंड्रा: राजस्व विभाग के अनदेखी और लचर कार्यप्रणाली से बेखौफ हुए कब्जाधारी, बसंतपुर में काला जंगल भूमि पर अवैध माफियाओं का कब्जा,

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शासकीय जमीनों पर कब्जा के चलते गांव में अनेक प्रकार की समस्या हो रही उत्पन्न,

पेंड्रा. जिले के राजस्व विभाग में बैठे अधिकारियो के उदासीन रवैये से भूमाफियाओं का हौसला बुलंद होते जा रहा है, तहसील कार्यालय पेंड्रा अंतर्गत लगातार बढ़ रहे शासकीय भूमि पर अतिक्रमण रोकने में अधिकारी नाकाम साबित हो रहे है, जिसके चलते क्षेत्र शासकीय भूमि पर अवैध कब्जाधारियों की बाढ़ सी आ गई है। एक ताजा मामला जिले के पेंड्रा अंतर्गत ग्राम पंचायत बसंतपुर का है, जहाँ के ग्रामीणों द्वारा बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत पेंड्रा तहसील कार्यालय में किया गया था। लेकिन जवाबदार अधिकारियों को जरा भी ध्यान नही है। उक्त मामले में प्रकरण दर्ज किया गया था, परंतु एक साल के बाद भी अंतिम निर्णय नहीं दिया गया है,

उक्त मामले में आवेदनकर्ता के द्वारा महीनो पूर्व तत्कालीन कलेक्टर को आवेदन देकर उचित कार्यवाही की मांग की गई थी, परन्तु लंबे अरसे के बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही का ना होने विभाग की उदासीनता को प्रदर्शित करता है, दरअसल ग्राम-बसंतपुर, प.ह.न. 12, रा.नि.मं. पेण्ड्रा, तहसील-पेण्ड्रा के राजस्व अभिलेख में स्थित भूमि खसरा नं. 383/1 रकबा 2.350 हे., भूमि जो कि, बसंतपुर से बिलासपुर मुख्यमार्ग पर स्थित है। बडे झाड़ के जंगल मद् की भूमि है। उक्त भूमि पर ग्राम-बसंतपुर निवासी रामखिलावन साहू आत्मज सहदेव, शैलेष साहू आत्मज रामखिलावन साहू जो कि, शासकीय कर्मचारी है। दोनों के द्वारा अनाधिकृत रूप से उक्त्त शासकीय भूमि पर अतिकमण किया गया है। जिस मामले में दिनांक- 2022 में तहसील कार्यालय पेण्ड्रा मे आवेदन देकर प्रकरण दर्ज कराया गया था। उक्त मामले में प्रकरण अंतिम आदेश हेतु तहसीलदार के द्वारा लंबित रखा गया है जो कि, न्यायोचित नही है। आवेदनकर्ता ने बताया की मेरे द्वारा तहसीलदार से कई बार आग्रह करने के बावजूद उक्त मामले में कोई सुनवाई नही की जा रही है, जिससे अतिकमण धारियों का हौसला बुलंद होता जा रहा है। पूरे मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है,

बता दे की उक्त मामले में पटवारी के द्वारा जांच रिपोर्ट भी सबमिट किया गया है जिसमे बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि पर कब्जा किया जाना पाया गया है , परन्तु उसके बाद भी तहसील के उच्च अधिकारियो के कार्यों के प्रति उदासीनता से आज पर्यंत तक अतिक्रमण को नही हटाया जा सका है,

Ritesh Gupta
Author: Ritesh Gupta

Professional journalist

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