तहसीलदार की दलाली , भू माफिया दिलीप साहू से 2 लाख रुपए लेकर मामले को किया रफादफा #सूत्र#
मुख्य आवेदक को डराकर उक्त मामले में जांच नही चाहते लिखकर कोरे कागज में करवाया साइन, पीड़ित ने कमिश्नर को भेजा पत्र,
आवेदनकर्ता मिथलेश आयाम को तहसीलदार ने बुलाकर प्रताड़ित कर करवाया कोरे कागज में साइन ,
पद की गरिमा के विरूद्ध जाकर कर रहे कार्य, भू माफिया को संरक्षण देकर देने के एवज में लाखो का लेनदेन
कोरबा: जिले के राजस्व विभाग में फैला भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है पहले भू माफिया हावी थे अब भू माफिया के लिए राजस्व के तहसील स्तर के अधिकारी ही दलाली करने में लगे है ताजा मामला जिले के पसान तहसील का है जहां पदस्थ तहसीलदार लीलाधर ध्रुव के द्वारा बड़े ही गंभीर मामले में आवेदनकर्ता को डरा कर कोरे कागज में साइन करवाया जाता है की उक्त मामले में मै जांच नही चाहता , इससे दलाली की पराकाष्ठा को बड़े आसानी से समझा जा सकता है की कैसे सरकारी अधिकारी कार्य कर रहे है
पीड़ित मिथलेश कुमार आयाम
दरअसल पसान तहसील क्षेत्र बस स्टैंड में बड़े झाड़ जंगल मद भूमि पर हो रहे अवैध कब्ज़ा भू – अतिक्रमण को लेकर आवेदक के द्वारा जिला कलेक्टर से लिखित शिकायत किया गया था जिस पर तहसीलदार लीलाधार ध्रुव और दिलीप साहू और कुछ लोगों के द्वारा आवेदक पर भय और दबाव बना कर तहसीलदार के द्वारा जाँच नहीं करना चाहता लिख कर हस्ताक्षर करा लिया गया बता दे की आवेदक को मारने पीटने की धमकी देते हुए और सिविल कोर्ट की फैसला बताते हुए कोर्ट के खिलाफ मै नहीं जा सकता हूँ, और राजस्व की अधिनियम का धारा बताने लगे और आवेदक के अंदर भय बना कर दबाव बनाने हुए हस्ताक्षर करा लिया है।
क्या है मामला,,
पसान में फर्जी पट्टा दिखाकर बड़े झाड़ जंगल मद की बेस कीमती जमीन पर पर अवैध कब्जा,करने वाले भूमाफिया के खिलाफ कलेक्टर को आवेदन दिया गया था परंतु उक्त मामले में पसान तहसीलदार लीला धर ध्रुव की मिलीभगत से लीपापोती की जा रही है जबकि मामला संगीन है, शासन की बड़े झाड़ जंगल मद भूमि पर अतिक्रमण से जुड़ा हुआ है,
भूमाफिया की दबंगई माफिया फर्जी पट्टा दिखाकर बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि पर अतिक्रमण, तहसीलदार की मिलीभगत, जिला प्रशासन निष्क्रिय,
आवेदनकर्ता ने बताया कि कोरबा जिला अंतर्गत पसान तहसील के ग्राम पसान पटवारी हल्का नम्बर 03, में स्थित भूमि खसरा नं. 180/3, एवं 180/5 जो कि पूर्व में राजस्व रिकार्ड में बड़े झाड के जंगल मद में दर्ज है। उक्त खसरा नंबर की भूमि का तत्कालीन तहसीलदार एवं अन्य राजस्व अधिकारियों से साठ गाठ कर , दस्तावेजों में कूटरचना कर फर्जी पट्टा बनवाकर बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है, जबकि बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि का उपयोग गैर कानूनी है,
बड़े झाड़ जंगल मद भूमि को बिना विधिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए फर्जी पट्टा जारी किया गया है, इसलिए भूमि का पट्टे को निरस्त करते हुए विस्तृत जांच कर कड़ी कार्यवाही करने की कृपा करे, तब तक खसरा नंबर 180/3, एवं 180/5 पर हो रहे अवैध निर्माण पर रोक लगाने की मांग आवेदनकर्ता द्वारा की जा चुकी है परन्तु अब तक कोई कार्यवाही नजर नही आ रही है,उक्त मामले में तहसीलदार पसान के द्वारा लीपापोती कर मामले को रफादफा किया जा रहा है

Author: Ritesh Gupta
Professional journalist