मरवाही, छत्तीसगढ़ | मरवाही वनमंडल में सहायक ग्रेड-02 के पद पर कार्यरत बलराम मरावी को हाल ही में “उत्कृष्ट लिपिकीय कार्य” के लिए सम्मानित किया गया है। लेकिन अब वे एक नए विवाद के घेरे में आ गए हैं, जहाँ उन पर एक प्राइवेट कंपनी का प्रचार-प्रसार करने के आरोप लग रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, बलराम मरावी अपने सरकारी पद की गरिमा को दरकिनार करते हुए एक निजी कंपनी के प्रोडक्ट्स और सेवाओं का सार्वजनिक रूप से प्रचार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह प्रचार सोशल मीडिया और स्थानीय कार्यक्रमों के माध्यम से किया जा रहा है।
सरकारी सेवा आचरण नियमों के तहत किसी भी सरकारी कर्मचारी को बिना अनुमति के निजी व्यावसायिक गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति नहीं है। ऐसे में यह मामला स्वार्थ के टकराव (Conflict of Interest) और सरकारी नियमों के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
इस पूरे प्रकरण पर अब तक वन विभाग या संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों द्वारा इस मामले की जांच और उचित कार्रवाई की माँग की जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मुद्दे को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या बलराम मरावी पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई होती है या नहीं।

Author: Ritesh Gupta
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