कोरबा/कटघोरा :- प्रदेश में आगामी नगरीय निकाय चुनाव 2025 को लेकर सरगर्मियां ओर भी तेज हो गई हैं। आरक्षण सूची जारी होने के बाद, भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपने संभावित उम्मीदवारों की तलाश में जुट गए हैं। दोनों पार्टियों के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपनी-अपनी दावेदारी पेश की है, जिससे चुनावी समीकरण और अधिक दिलचस्प होता नजर आ रहा हैं। इस बार पिछड़ा वर्ग मुक्त आरक्षण के चलते कई बड़े नेताओं को मौका मिलने की उम्मीद है। पुराने और अनुभवी वरिष्ठ चेहरे भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। अध्यक्ष और पार्षद पदों के लिए पार्टी के अंदर प्रतिस्पर्धा चरम पर है।
भाजपा से विरेन्द्र मोहन जायसवाल हो सकते हैं अध्यक्ष पद के उम्मीदवार –
भारतीय जनता पार्टी जिला कोरबा के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद विरेन्द्र मोहन जायसवाल का नाम नगर पालिका परिषद कटघोरा अध्यक्ष पद के लिए काफी चर्चा में है। वार्ड क्रमांक 05, नवागांव क्षेत्र में उनकी सक्रियता और जनसंपर्क (डोर- टू- डोर) की वजह से पार्टी के लिए यह नाम काफी मजबूत विकल्प माना जा रहा है। दरअसल पिछले निकाय चुनाव में विरेन्द्र मोहन जायसवाल को महज दो वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस के उम्मीदवार से मिली इस करीबी हार के बावजूद, उन्होंने क्षेत्र में अपनी पकड़ ओर भी बरकरार रखी है। इस बार वे अध्यक्ष पद के लिए मजबूत उम्मीदवार के रूप में चुनावी रण में उतरने की तैयारी के साथ अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं और उनका मानना हैं कि संगठन उनको अपने प्रत्याशी के रूप में चुनती हैं तो इस बार वे कड़ी मेहनत कर विजय हासिल करेंगे।
जायसवाल (कलार) समाज का मिल रहा आपार समर्थन – कटघोरा में जायसवाल (कलार) समाज का प्रभाव काफी अधिक है। सबसे ज्यादा मतदाता इसी समाज से आते हैं, जिससे राजनीतिक दल इस समाज को नजरअंदाज नहीं कर सकते। विरेन्द्र मोहन जायसवाल को अपने समाज का पूरा समर्थन मिलने की उम्मीद है।
वीरेंद्र मोहन जायसवाल ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में निभाई अहम भूमिका
विरेन्द्र मोहन जायसवाल ने भारतीय जनता पार्टी के लिए भाजपा के वरिष्विट धानसभा और लोकसभा चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार को बढ़त दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पार्टी के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी भी उन्होंने बखूबी संभाली। भारतीय जनता युवा मोर्चा के सक्रिय सदस्य के रूप में, विरेन्द्र मोहन जायसवाल ने युवाओं के बीच गहरी पैठ बनाई है। उनकी लोकप्रियता भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में विरेन्द्र मोहन जायसवाल के नेतृत्व और उनके समाज के आपार समर्थन से भाजपा की उम्मीदें और भी मजबूत हो गई हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि कांग्रेस किसे अपना उम्मीदवार बनाकर चुनावी रण में उतारती है? और यह चुनाव कितना रोमांचक साबित होता है।

Author: Saket Verma
A professional journalist