गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में शिक्षा विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा – अभिलाषा राय पर फर्जी संविलियन और वेतन घोटाले का आरोप, जिम्मेदार चुप क्यों?
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, छत्तीसगढ़ – जिले के शिक्षा विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां एक शिक्षिका अभिलाषा राय पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे संविलियन और वेतन प्राप्त करने का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला तब उजागर हुआ जब न्यूज़ पोर्टल लल्लन गुरु ने इस घोटाले का खुलासा किया।
जानकारी के अनुसार, अभिलाषा राय ने बिना वैध दस्तावेज और पात्रता के संविलियन प्राप्त कर लिया और वर्षों तक हजारों-लाखों रुपये का वेतन सरकारी खजाने से लेती रहीं। यह सारा खेल विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अब तक प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी इस मामले में मौन साधे हुए हैं, जिससे संदेह और गहराता जा रहा है कि कहीं इस घोटालेबाज शिक्षिका को किसी रसूखदार का संरक्षण तो नहीं मिल रहा है? आखिरकार यह आम जनता के खून-पसीने की कमाई से दिए गए टैक्स का पैसा है, जिसे कुछ भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से लूटा जा रहा है।
जनता में आक्रोश, कार्रवाई की मांग तेज
स्थानीय जनता और सामाजिक संगठनों में इस घोटाले को लेकर भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, ऐसे घोटाले थमने वाले नहीं हैं। जनता ने शासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को तत्काल निलंबित कर जेल भेजा जाए।
प्रशासन पर सवाल – चुप्पी क्यों?
जब एक न्यूज़ पोर्टल मामले को उजागर कर चुका है, तब भी जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। क्या अफसर किसी राजनीतिक दबाव में हैं? क्या भ्रष्टाचारियों को बचाने की कोशिश की जा रही है? अब देखना होगा कि शासन इस गंभीर घोटाले पर क्या कदम उठाता है और क्या दोषियों को सजा मिलती है या फिर यह मामला भी बाकी घोटालों की तरह फाइलों में दफन हो जाएगा।

Author: Ritesh Gupta
Professional JournalisT