मरवाही: क्षेत्र में विकास कार्यों की निगरानी और क्रियान्वयन के लिए गठित RES (ग्रामीण अभिकरण सेवा) मरवाही इन दिनों चर्चाओं में है, लेकिन वजह कुछ और ही है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह सरकारी दफ्तर अब विकास का नहीं, बल्कि दलाली और वसूली का अड्डा बन चुका है।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी सत्येश चौबे पर आरोप हैं कि वह योजनाओं की स्वीकृति, बिल पास कराने और अन्य सरकारी प्रक्रियाओं के नाम पर ठेकेदारों और आम नागरिकों से खुलेआम वसूली कर रहा है। बताया जा रहा है कि बिना पैसा दिए कोई भी फाइल आगे नहीं बढ़ाई जाती।
स्थानीय ठेकेदारों और जनता में इसको लेकर काफी रोष है, परंतु डर के कारण कोई भी खुलकर सामने आने को तैयार नहीं। RES जैसी महत्वपूर्ण संस्था की गरिमा पर इस तरह के भ्रष्टाचार का साया गहरा रहा है। अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार अधिकारी और प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं। जनता की उम्मीदें हैं कि RES को एक बार फिर विकास का माध्यम बनाया जाए, न कि भ्रष्टाचार का केंद्र।

Author: Ritesh Gupta
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